स्ट्रेस
   स्ट्रेस     स्ट्रेस तू जा जा रे , मुझे न तू और सता रे।   नींद भी छीना तूने , चैन भी छीना तूने।   अब तो बस कर रे , मुझे अब बक्श दे रे॥   रहूँ मैं परेशान हर एक पल ,  उलझन के चंगुलों में।   उपाय मिले ये गारंटी नहीं ,  पर BP है मेरा ऊँचाइयों में  ॥   ऐ स्ट्रेस तुझे क्या पता ,  कीमत ,  तेरी दोस्ती निभाने में।   मुझे मिला डायबिटीज और अन्य बीमारियां फ़ोकट में ॥   स्ट्रेस तू जा जा रे , मुझे और न तू सता रे।   कैसे अलग करूँ इस स्ट्रेस को ,  मैं अपने आप से ?   चिपका है इस तरह ,  मेरी रूह मेरी आत्मा से ॥   सोते जागते दिमाग में ,  इसी ने कर रखा  एकमात्र घर है।   ब्यूटीशियंस  के अनुसार ,  यही मेरी झुर्रियों का कारण है॥   न लो कोई स्ट्रेस व्रेस- यह बताया मुझे सब ने।   पर फार्मूला क्या है - ये ना बताया किसी ने॥   स्ट्रेस तू जा जा रे , मुझे और न तू सता रे ।   किसी ने कहा योग करो , किसी ने कहा मोह त्यागो ॥   और किसी ने कहा ,  अपने आप को ढूंढो ।   सारा फार्मूला हुआ विफल ,  इस अनोखे स्ट्रेस के आगे ।   ख़ुद को लाचार पाती हूँ मैं ,  अपनी परेशानियों के आगे ॥   स्ट्रेस तू जा जा रे , मुझे न तू और सता...